संस्कृत भाषा के परमज्ञानी महर्षि कपिल के नाम पर यह स्थापित आश्रम, विद्यालय प्रांगण के रज-रज में महर्षि कपिल की उपस्थिति का अनुभव कराता है तथा समस्त विद्यालय परिवार को उत्साहित करता है। महर्षि कपिल ने ...
संस्कृत भाषा के परमज्ञानी महर्षि कपिल के नाम पर यह स्थापित आश्रम, विद्यालय प्रांगण के रज-रज में महर्षि कपिल की उपस्थिति का अनुभव कराता है तथा समस्त विद्यालय परिवार को उत्साहित करता है। महर्षि कपिल ने संस्कृत के षड्दर्शनों में से एक सांख्य - दर्शन की रचना की जिसमें पदार्थों की रचना आदि की व्याख्या की गई है।