सुना है कि सियाचिन से आने वाली खबरें
अक्सर धड़कन नहीं मौत लिए आती है..
जहाँ लम्बे समय तक जिंदा रह पाता है
केवल लद्दाखी कौव्वा..!
सुना है कि सियाचिन से आने वाली खबरें
अक्सर धड़कन नहीं मौत लिए आती है..
जहाँ लम्बे समय तक जिंदा रह पाता है
केवल लद्दाखी कौव्वा..!